ऑफिस-ऑफिस के खेल में उलझा एक विवि कर्मचारी 

भोज विवि विश्वविद्यालय के क्षेत्रिय कार्यालय से अटैच हुआ था कलेक्टर कार्यालय, अब मांग रहा कर रहा है सेवाए वापस करने की मांग



उज्जैन. मध्यप्रदेश भोजमुक्त विश्वविद्यालय का एक कर्मचारी ऑफिस-ऑफिस के खेल में उलझ गया हैं। कोरोना काल के दौरान ई-पास बनाने के लिए उक्त कर्मचारी को कलेक्टर कार्यालय अटैच किया गया। अब यह काम खत्म हो गया हैं, लेकिन कलेक्टर कार्यालय उक्त कर्मचारी की सेवा वापस नहीं कर रहा हैं। दूसरी तरफ विश्वविद्यालय से लगातार उक्त कर्मचारी की मांग की जा रही हैं। 
दोनों जगह कम रहा कर्मचारी 
भोज विवि के क्षेत्रिय कार्यालय उज्जैन में पदस्थ दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी मंगल तिवारी के पास कई महत्वपूर्ण काम हैं। पिछले कुछ माह से विवि का कामकाज बंद था। तो मंगल तिवारी को कलेक्टर कार्यालय में ई-पास के काम में लगा दिया। अब यह काम खत्म हो गया। मंगल को अकारण कलेक्टर कार्यालय में रोका गया। इधर, विवि का कामकाज शुरु हो गया। ऐसे में मंगल तिवारी बार-बार आवश्यक काम से कलेक्टर कार्यालय से भोज विवि के क्षेत्रिय कार्यालय पहुंचकर काम में मदद करता हैं। ऐसे में कर्मचारी की अत्याधिक भागम-भाग होती है और उसे काफी परेशानी का सामना करना पड़ता हैं। वहीं अस्थाई रुप से पदस्थ कर्मचारी मजबूरीवश किसी से अपनी समस्या भी नहीं कह पाता हैं। 
कलेक्टर कार्यालय के अधिकारी ने रोका 
प्राप्त जानकारी के अनुसार भोज के कर्मचारी मंगल तिवारी को वापस मूल विभाग भेजने की फैसला हो गया था, लेकिन कलेक्टर कार्यालय का प्रोटोकॉल बीच में आ गया। संबंधित अधिकारी ने मंगल तिवारी की आवश्यकता बताकर रोक लिया। इधर, विवि से जुड़े विद्यार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं।