एक थप्पड़ की कीमत पड़ गई दो करोड़ रुपए 

 नानाखेड़ा बस स्टैण्ड पर आगजनी का पुलिस ने किया खुलासा, धटना की कहानी समझ से परे 



उज्जैन। नानाखेड़ा बस स्टैण्ड पर 4 जून की सुबह पल्लवी टेवल्स की करीब 8 बस को आग के हवाले कर दिया गया। यह घटना पुलिस थाने से कुछ मीटर दूरी पर हुई। आगजनी के बाद कुछ बस ऑपरेटर के आपसी विवाद, आरटीओ से जुड़ी अनियमिताओं से संबंधित आरोप-प्रत्यारोप भी हुए, लेकिन शुक्रवार को पुलिस ने घटना की कहानी को उजागर करते हुए एक आरोपी को सबके सामने प्रस्तुत किया। हालांकि जो कहानी बताई जा रही है। वह किसी के भी गले नहीं उतर रही हैं। 
मारपीट का बदल लिया बस जलाकर 
पुलिस के अनुसार नानाखेड़ा बस स्टैण्ड के पास चीना नाम का युवक रहता हैं। उसने लॉकडाउन के दौरान स्टैण्ड पर खड़ी बस से बैटरी चोरी की। स्टैण्ड पर उसकी संदिग्ध गतिविधियों के चलते कुछ लोगों ने उसके साथ मारपीट कर दी। इसी से वह गुस्से में था। वह अपनी बाइक से पेटोल लेकर पहुंचा और एक बस में आग लगा दी, लेकिन आग ने विकराल रुप धारण कर लिया और आठ बस जल गई। 
खुद पहुंच गया जेल 
पुलिस के अनुसार घटना के बाद आरोपी चीना किसी मामूली अपराध में जेल चला गया और 10 दिन बाद छुट कर आया। पुलिस को चीना के साथ हुई घटना की जानकारी हुई। तो छानबीन शुरु की। पूछताछ के लिए चीना को उठाया। तो उसने अपना जुर्म कबूल लिया।